E20 Fuel पर ध्रुव राठी की राय: फायदे, नुकसान और गाड़ियों पर असर

 जानिए E20 Fuel क्या है, इसके फायदे और नुकसान। ध्रुव राठी ने E20 Petrol पर बताया कैसे घटता है माइलेज और गाड़ियों को हो सकता है नुकसान।

E20 Petrol



भारत सरकार ने हाल ही में E20 Fuel लागू किया है। यह ईंधन 80% पेट्रोल और 20% एथेनॉल (Ethanol) के मिश्रण से बनता है। इसका मुख्य उद्देश्य है 

E20 ईंधन: क्या यह सही कदम है या मजबूरी

 प्रदूषण कम करना (Pollution Control), देश की तेल आयात (Oil Import) पर निर्भरता घटाना और किसानों को नई आय का स्रोत देना। सुनने में यह कदम अच्छा लगता है, लेकिन सवाल उठता है कि क्या यह वाकई में जनता के लिए सुविधाजनक है या फिर लोगों पर थोपी गई मजबूरी? आइए इसे समझते हैं।

एथेनॉल के फायदे (Benefits of Ethanol Fuel)

1,पर्यावरण के लिए बेहतर – एथेनॉल को बायोफ्यूल (Biofuel) कहा जाता है, जो गन्ना और मक्का जैसी फसलों से बनाया जाता है। इससे ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन कम होता है।

2, विदेशी मुद्रा की बचत – पेट्रोल हम बाहर से खरीदते हैं, जबकि एथेनॉल भारत में ही बनता है। इससे विदेशी मुद्रा बचती है

3, किसानों की कमाई – गन्ना और मक्का की फसल से एथेनॉल बनने के कारण किसानों को अतिरिक्त आय का स्रोत मिलता है।

4, आर्थिक मजबूती – देश धीरे-धीरे आयातित तेल पर निर्भरता कम कर सकता है

E20 ईंधन की समस्याएँ (Problems of E20 Fuel)

हालाँकि E20 Fuel के फायदे हैं, लेकिन इसके साथ कई चुनौतियाँ और नुकसान भी हैं:

1, माइलेज की कमी (Mileage Problem) – गाड़ियों का माइलेज घटने की शिकायत सबसे ज्यादा है। लगभग 65% लोगों ने कहा कि गाड़ी पहले जितनी दूरी तय नहीं कर रही।

2 गाड़ी को नुकसान (Vehicle Damage) – पुरानी गाड़ियाँ E20 Compatible नहीं हैं। एथेनॉल पानी को सोख लेता है, जिससे इंजन, फ्यूल पंप और रबर के पार्ट्स खराब हो सकते हैं।

3, विकल्प की कमी (No Alternative) – पेट्रोल पंप पर केवल E20 ही मिल रहा है। उपभोक्ता के पास कोई और विकल्प नहीं है।

4, वारंटी और बीमा खतरे में (Warranty & Insurance Issue) गलत ईंधन से हुए नुकसान को गाड़ी की वारंटी या बीमा कंपनियाँ कवर नहीं कर रहीं।

5, कीमत में कोई राहत नहीं (Price Issue) – सरकार ने दावा किया था कि पेट्रोल सस्ता होगा, लेकिन E20 Petrol भी पुरानी कीमत पर ही बिक रहा है।

जल्दबाजी और राजनीतिक पहलू (Political & Speed Concerns)

E20 Fuel


ब्राज़ील जैसे देश ने इस तरह की नीति लागू करने में 50 साल लगाए, लेकिन भारत ने मात्र 3-4 साल में इसे लागू कर दिया। इस जल्दबाजी से लोगों पर नई गाड़ियाँ खरीदने का दबाव पड़ रहा है।

जनता की सहमति और समाधान (Public Consent & Solutions)

लोगों को E20 Fuel का फायदा तभी मिलेगा जब सरकार पारदर्शिता रखे।

पुरानी गाड़ियों के लिए विकल्प ईंधन (Alternative Fuel) उपलब्ध कराए जाएँ

इंजन डैमेज और माइलेज घटने जैसी समस्याओं का तकनीकी हल निकाला जाए।

पेट्रोल की कीमत में वादा किए अनुसार कमी हो।

फायदे और नुकसान 

E20 Fuel एक अच्छा कदम है क्योंकि यह पर्यावरण और किसानों दोनों के लिए लाभकारी है। लेकिन आम जनता के लिए यह अभी एक मजबूरी बन गया है। बिना पर्याप्त तैयारी और विकल्प दिए इसे लागू करना लोगों को परेशान कर रहा है। सरकार को चाहिए कि वह धीरे-धीरे बदलाव लाए, लोगों को विकल्प दे और तकनीकी समस्याओं का हल निकाले। तभी यह योजना सफल हो पाएगी और लोग इसे सहमति से अपनाएँगे।

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