Khan Sir Exclusive Interview on News18:

Khan Sir Interview: His Vision for Education and Social Service

Khan sir full interview news18

खान सर की कहानी: News18 पर एक खास बातचीत

 News18 बिहार झारखंड चैनल पर मशहूर टीचर खान सर की एक खास बातचीत है। इस बातचीत में उन्होंने अपनी जिंदगी में पढ़ाने के तरीके को गरीबों के लिए किए जा रहे कामों के बारे में बिस्तार से बताया है 

Khansir पढ़ाई का तरीका: और सस्ती फीस और आसान भाषा

खान सर ने कहा कि वह एक बहुत ही साधारण परिवार मिडिल क्लास से हैं। उनका मानना है कि पढ़ाई सभी को मिलनी चाहिए, और वह भी बहुत कम पैसों में। उन्होंने बताया कि बड़े-बड़े कोचिंग सेंटर बहुत ज्यादा फीस लेते हैं, लेकिन हमारे यहाँ बहुत कम पैसों में पढ़ाई होती है।


वह मुश्किल से मुश्किल चीजों को भी इतने आसान तरीके से समझाते हैं कि कमजोर से कमजोर बच्चा भी समझ जाए। उनका कहना है कि पढ़ाई एक रिश्ता है, कोई धंधा (बिज़नेस) नहीं।

Khan sir बिहार की पढ़ाई में क्या चाहिए सुधार

Khan Sir Exclusive Interview news18 


खान सर ने बताया कि बिहार में पढ़ाई की हालत में बहुत सुधार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यहाँ स्कूल-कॉलेजों में डिसिप्लिन की कमी है और बहुत नकल होती है, जिससे बच्चों को सिर्फ डिग्री मिल जाती है, पर उन्हें कुछ आता नहीं जब आता नहीं तो डिग्री किस काम की 

उनका मानना है कि बच्चों को सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं, बल्कि ऐसा ज्ञान मिलना चाहिए जो असली जिंदगी में काम आए और बच्चा आगे बढ़े 


Khan Sir गरीबों के लिए मदद: इलाज और ब्लड बैंक

पढ़ाई के साथ-साथ खान सर गरीबों के लिए इलाज का भी काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह हर ज़िले में ब्लड बैंक खोलने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि किसी भी हादसे में खून की कमी से किसी की जान न जाए और समय पर इलाज हो सके 

वह बहुत कम पैसों में जाँच भी करवाते हैं, जैसे ₹25 में ECG और सिर्फ ₹5 में कोलेस्ट्रॉल की जाँच। उन्होंने एक कहानी भी सुनाई, जिसमें एक बच्चे के भाई को डायलिसिस की जरूरत थी, तो उन्होंने उस बच्चे के गाँव में पाँच डायलिसिस मशीनें भेजीं

खान सर के निजी जिंदगी और प्रेरणा

इंटरव्यू में उन्होंने अपने निजी जीवन के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि उनकी कोई बहन नहीं है, इसलिए उनके स्टूडेंट्स उन्हें राखी बाँधते हैं।

उन्होंने एक और कहानी सुनाई, एक गरीब परिवार के बच्चे की जो उन्हीं के यहाँ पढ़कर IIT खड़गपुर में गया। यह कहानी बताती है कि सही मौका मिले तो गरीब बच्चे भी बहुत आगे जा सकते हैं। आखिर में, उन्होंने कहा कि भारत में बहुत टैलेंट है, बस उसे पहचानने और सही रास्ता दिखाने की जरूरत है।


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